फ़लस्तीन दुनियां के कदीम तरीन मुल्कों में से एक है, यह उस इलाके का नाम है जो लेबनान और मिस्र के दरमियान था जिसके बेस्तर हिस्से पर अब इसराइल का कब्जा है इसराइल की रियासत कायम है। 1948 से पहले यह तमाम इलाका फ़लस्तीन कहलाता था जो खिलाफत उस्मानिया में …
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भारत और पाकिस्तान दोनों देशों में अल्पसंख्यकों पर होता है अत्याचार
जब मैं सुप्रीम कोर्ट का जज था, तब एक मामले में मैं एक बेंच का हिस्सा बना। यह 2008 में ओडिशा के कंधमाल जिले में कुछ अतिवादी हिंदू तत्वों द्वारा ईसाइयों पर किए गए हमलों के विषय में था। यह भी पढ़ें : 26 देशों ने अमरीकी प्रतिबंधों की समाप्ति की …
Read More »क्यों भुला दिया गए जिन्ना को चुनौती देने वाले अब्दुल क़य्यूम अंसारी
अब्दुल क़य्यूम अंसारी एक ऐसी शख़्सियत का नाम है जिसने जिन्ना की पाकिस्तान की मुहिम की काट के लिए मोमिन कांफ्रेंस बनाई। 1946 में मुस्लिम लीग के ख़लाफ़ चुनाव लड़कर 6 सीटें जीतीं। पाकिस्तान के क़ब्ज़े वाले कशमीर को आज़ाद कराने के लिए मुस्लिम नौजवानों का संगठन बनाया…फिर आख़िर …
Read More »कोरोना योद्धा अजहर हुसैन को मेरा सलाम
अज़ीज़ दोस्तों जैसा कि हम सब जानते हैं कि हम लोग एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं ऐसे कठिन दौर से जिसमें लाखों करोड़ों लोग परेशान हाल है। यह सब हम लोग अपनी आंखों से देख रहे हैं और सुन रहे हैं। हर तरफ त्राहि-त्राहि है लॉक डाउन लगा …
Read More »क्या आपकी दुकान में अल्लाह मिलेंगे ?
8 साल का एक बच्चा 1 रूपये का सिक्का मुट्ठी में लेकर एक दुकान पर गया –क्या आपकी दुकान में अल्लाह मिलेंगे? दुकानदार ने यह बात सुनकर सिक्का नीचे फेंक दिया और बच्चे को निकाल दिया। बच्चा पास की दुकान में जाकर 1 रूपये का सिक्का लेकर चुपचाप खड़ा रहा! …
Read More »एक मुसलमान की आपबीती
जुमे की नमाज़ पढ़ने जाने के लिए मैं जल्दबाज़ी में अपने दफ़्तर से बाहर आया। मगर ऑटो मिलते ही याद आया कि मैं अपना पर्स ऑफिस में ही भूल गया हूं। मैंने ऑटोवाले से गुज़ारिश की कि वह मुझे मस्जिद तक पहुंचा दें। फिर वहीं 15-20 मिनट इंतज़ार करें और …
Read More »आंखें नही है तो क्या सहारा मिल जाता है, यही इस्लाम है, एक दूसरे का सहारा बनिये
यही रमज़ान है, अपने से कम और ज़रूरतमंद की मदद कीजिये इन तीन बुजुर्ग के नाम हैं राधेश्याम, अब्दुल और जमीर। ये बुजुर्गवार लाठी टेकते हुए मुंबई से अपने गृहनगर अयोध्या (फैज़ाबाद यूपी) जी की दूरी लगभग डेढ़ हजार किमीं है के लिए लाठी टेकते पैदल ही निकले हैं. आगे …
Read More »मजदूरों की ही नहीं साइकिल की भी हो रही वापसी
केवल मजदूरों की वापसी नही हो रही साइकिल भी वापस हो रही है। साइकिल की वापसी का मतलब आप जानते है? साइकिल की वापसी का मतलब लोहार, बढ़ई, राजमिस्त्री, प्लम्बर, पत्थरतोड़वा, मेहनतकश दिहाड़ी मजदूरों, पटरी वालों, खोमचे वालों की भी वापसी है। अब आप बनाकर दिखाइए अपने सपनो का आशियाना, …
Read More »इंकलाबी शायर कैफ़ी आजमी को मेरा सलाम
आज इंकलाबी शायर कैफ़ी आज़मी की बरसी है हम सब उनकी शायरी और गीत सुने उनको याद करें। मुझे याद है जिस दिन कैफ़ी आजमी का इंतकाल हुआ तो मेरे दोस्त और लेखक एक्टर और डायरेक्टर अतुल तिवारी ने मुंबई से फोन किया और ये दुख भरा समाचार दिया। अतुल …
Read More »मैं मुस्लमान हुँ……..?
मै मुस्लमान हूँ, मै प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री नही बन सकता, क्योकि मेरी तादाद कम है और जातिवाद ज्यादा, लेकिन मैं कलेक्टर, एडीएम, तहसीलदार, कमिश्नर, एसपी, डीएसपी तो बन ही सकता हूँ। लेकिन मै निकम्मा हूं मुझ से घंटो पढ़ाई नही होती, अगर मैं पढ़ने लग गया तो चौराहों की रौनकें ख़त्म …
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