भारतीय मूल के समाजसेवी और आपदा राहत संगठन ‘गिफ्ट ऑफ द गिवर्स’ के संस्थापक डॉ. इम्तियाज सुलेमान को ‘डेली मेवरिक’ अखबार द्वारा संचालित प्रतिष्ठित ‘साउथ अफ्रीकन ऑफ द ईयर’ पुरस्कार के लिए चुना गया है। दक्षिण अफ्रीका और देश से बाहर के लोगों ने सुलेमान के लिए वोट किया। उप …
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उर्दू के कीट्स, शायर मजाज़ लखनवी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक नज़्म गूंज उठी क्योंकि संस्थान ने 17 अक्टूबर को अपना संस्थापक दिवस मनाया। दुनिया भर के पूर्व छात्रों, जो खुद को ‘अलीग’ के रूप में गर्व से संबोधित करते हैं, ने “ये मेरा चमन, ये मेरा चमन” गाया। जब-जब मोहब्बत को पढ़ा, लिखा या नये …
Read More »जस्टिस आगा हैदर जिन्होंने भगत सिंह को फांसी नहीं बल्कि अपना इस्तीफा लिखा
जस्टिस सैय्यद आगा हैदर जिन्होंने “शहीद भगत सिंह” को “फांसी नहीं लिखी”, बल्कि “अपना इस्तीफा लिख दिया” था l इतिहास बताता हैं की मुसलमान सब्र रखने के साथ साथ इंसाफ परस्त भी हैं*… जस्टिस सैयद आगा हैदर का जन्म सन 1876 में सहारनपुर के एक संपन्न सैय्यद परिवार में हुआ …
Read More »नोबेल प्राइज़ विजेता अब्दुल सलाम की दरियादिली
पाकिस्तान के पहले नोबल लोरेयेट डॉ. अब्दुल सलाम को 1979 में पार्टिकल फिसिक्स में नोबल प्राइज़ दिया गया। नोबल मिलने के बाद डॉ. सलाम ने भारत सरकार को अनुरोध किया कि वो उन्हें उनके गणित के शिक्षक डॉ. अनिलेंद्र गांगुली को ढूँढने में मदद करें जो उन्हें विभाजन से पहले …
Read More »हाजी यासीन ने मंदिर के लिए दान की 112 गज जमीन
बागपत में हिंदू-मुस्लिम एकता की डोर हमेशा मजबूत रही है। हाजी यासीन ने आपसी भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश करते हुए मंदिर बनाने के लिए अपनी 112 गज जमीन दान कर दी। इस जमीन पर मंदिर बनकर तैयार हो गया है। यह भी पढ़ें : अब्दुल्ला आजम खान को दो पैनकार्ड …
Read More »नौशेरा के शेर से कांपता था पाक, ऐसे दिलेर थे ब्रिगेडियर उस्मान
भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों में से एक थे ब्रिगेडियर उस्मान। आज भी भारत में ब्रिगेडियर उस्मान को उनकी बहादुरी और दिलेरी के लिए जानता है। ब्रिगेडियर उस्मान ऐसे सैन्य अधिकारी थे जिन्हें “नौशेरा का शेर” कहा जाता है। ब्रिगेडियर उस्मान की देशभक्ति और बहादुरी का अंदाजा इसी बात से …
Read More »इस मुस्लिम क्रांतिकारी ने खुलेआम पाकिस्तान बनने का किया था विरोध
जब देश आजादी की ओर बढ़ रहा था और वहीं इसके विभाजन की भी रूप रेखा तैयार की जा रही थी। मेरठ में 1945 में इसको लेकर एक बैठक हुई जिसमें गांधी जी सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए। इनमें क्रांतिकारी अब्दुल कय्यूम अंसारी भी आये थे। जिन्होंने खुलेआम पाकिस्तान …
Read More »माडर्न इंजीनियरिंग के पितामह इस्माइल अल जज़री
इस्माइल अल जज़री को “Father of modern day engineering” कहा जाता है वहीं कुछ लोग उन्हें “Father of robotics” भी कहते हैं। उन्होंने दुनिया को बताया कि ऐसी मशीनें बनाई जा सकती हैं जिसे किसी मनुष्य या जानवर के ताक़त की ज़रुरत न हो, उन्होंने थ्योरी दी कि गोल गोल …
Read More »खैरुद्दीन पाशा बारबरोसा एक महान योद्धा
अगर यह सवाल किया जाए कि इस्लामी इतिहास के बड़े योद्धाओं का नाम बताएं जिन्होंने अपनी बहादुरी व युद्ध कला की छाप छोड़ी तो लोग हज़रत खालिद बिन वलीद से शुरू हो कर तारिक़ बिन ज़ियाद मोहम्मद बिन कासिम सुल्तान सलाहुद्दीन अययूबी से होते हुए सुल्तान टीपू तक पचासों लोगों …
Read More »मशहूर विद्वान मौलाना वहीदुद्दीन का कोरोना से निधन
प्रसिद्ध इस्लाममिक स्कॉलर मौलाना वहीदुद्दीन का इंतकाल हो गया है। वे कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे। उन्हें हाल ही में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबीयत बिगड़ने के कारण बुधवार रात उन्होंने 96 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ले ली है। मौलाना वहीदुद्दीन को इसी …
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