रोशनी मिस्बाह जिन्हें लोग HIJABI BIKER कहकर पुकारते हैं

जामिया के फाउंडेशन डे यानी स्थापना दिवस पर आयोजित तालीमी मेला में सबके आकर्षण का एक केंद्र रहीं ‘रोशनी मिस्बाह’ जिन्हें लोग Hijabi Biker के नाम से भी जानते हैं क्योंकि वो स्कार्फ पहनती हैं. 1800सीसी की सुजुकी की ये बाइक उनके पिता की है जो वो अक्सर चलाती हैं. बाइक के जरिए वे लिंग समानता लाने का संदेश देती हैं.
रोशनी जामिया के अरब इस्लामिक कल्चरल सेन्टर से एमए कर रही हैं. उन्हें बाइक्स चलाने का बहुत शौक है. उनके पास और भी बाइक्स हैं. रोशनी को बचपन से ही बाइक्स का शौक़ था और बड़े होने पर उनके पिता ने उन्हें सहयोग किया. बाइक चलाने की उनकी इच्छा तब पूरी हुई जब वे कक्षा 9 में थीं.
मिसबाह ने खुद बाइक चलाना सीखा और खुद ही “एवेंजर” बाइक खरीदी. इसी बाइक पर उन्होंने बाइक चलाने की सारी बारिकियां सीखीं. अब वे एक अच्छी बाइकर हैं.
अपनी बाइकिंग के ज़रिए वो लड़कियों को पढ़ाने का संदेश देती हैं. हाल ही में उन्होंने इसी मक़सद से बाइक पर दिल्ली से कश्मीर का सफर किया और फिर वापिस दिल्ली लौटीं.
शुरु में ब्लैक लेदर जैकेट, जीन्स, हाई हील बूट पहने और सिर हिजाब से ढके मिसबाह जब यूनिवर्सिटी कैंपस में आती थीं तो तो सभी स्टूडेंट्स और शिक्षकों की नजर उन पर पड़ जाती थीं लेकिन अब सभी उनके शौक और अपनी संस्कृति के प्रति अपने उनके प्रेम से सब वाक़िफ हो चुके हैं.
मिसबाह विंडचेजर्स और दिल्ली रॉयल इनफील्ड राइडर्स जैसे ग्रुप की सदस्या हैं और जब उनके पास एवेंजर बाइक थी तब वे बजाज एवेंजर्स क्लब का भी हिस्सा रह चुकी हैं.’ वे सामाजिक मुद्दों को लेकर कई बाईक रैलियों में हिस्सा ले चुकी हैं. मिसबाह लड़कियों के लिए बने-बनाए रुढ़ियों को तोड़ कर आगे बढ़ रही हैं. बाइक चलाकर वे लड़कियों के बीच सामाजिक चेतना फैलाने की कोशिश में जुटी हैं.