डलमऊ पंप कैनाल से निकलने वाले रामगंज रजबहा की बाईं पटरी अचानक कट गई। इस कारण किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं, सरसों की फसल जलमग्न हो गई। सूचना के बावजूद भी नहर विभाग के अधिकारियों के मौके पर ना पहुंचने पर किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
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मनीपुर भटेहरी गांव के किसान रामखेलावन यादव, लल्ला मौर्य, लल्लू यादव, उदयराज, राधेश्याम, सूरजबली आदि ने बताया कि बुधवार की रात रामगंज रजबहा गंग नहर की बाईं पटरी कट गई। जिसके चलते शहर के पानी से उनके खेत लबालब भर गये और खेतों में बोई गई सरसों, गेहूं की फसलें नष्ट हो गई। किसानों ने यह भी बताया कि नहर विभाग के अधिकारियों द्वारा माइनर की सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति की गई थी और नहर में पानी छोड़े जाने के बाद से सिंचाई विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नर की पटरियों को देखने तक नहीं आया।
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इससे पहले सोमवार को इसी नहर की पटरी कटी हुई थी। दिन होने की वजह से पटरी कटने की जानकारी किसानों हो गई थी। जिसके चलते गांव के लोगों ने परिश्रम कर उसे बांध दिया था। जिसके चलते फसलों का नुकसान होने से बच गया था। लेकिन इस बार तो गाड़ी कमाई से उगाई गई पचासों बीघे फसल जलमग्न हो गई।
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सूचना विभाग के आला अधिकारियों को दी गई लेकिन कोई भी जिम्मेदार झांकने तक नहीं आया। जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा रोष व्याप्त है। नहर विभाग के अवर अभियंता आरबी पांडेय ने बताया कि इस बाबत मुझे कोई जानकारी नहीं है। जांच कराकर अबिलंब पटरी की भराई कराई जाएगी।