रायबरेली (इम्तियाज अहमद खान)। माहे रमज़ान का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए मुबारक महीना माना जाता है इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रखते हैं नमाज़े अदा करते हैं और साथ ही साथ हर मस्जिदों में तरावीह होती है। शहर की कई मस्जिदों में आज तरावीह में कुरान मुकम्मल हुआ। इसी क्रम में शहर रायबरेली के सिंधी क्वार्टर मोहल्ले की मस्जिद हबीब खां में 30 पारे की क़ुरान मुकम्मल हुई जिसको लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों में खासा उत्साह देखा गया नमाज़ के बाद हिंदुस्तान कि खुशहाली और तरक़्क़ी के लिये दुआएं मांगी गई उसके बाद लोगों में शिरिनि (प्रसाद) तक़सीम की गई।
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अक़ीदत के साथ लोगों ने नमाज़े पढ़ी और साथ ही साथ मस्जिद के इमाम कारी अब्दुल जलील कादरी ने पूरे मुल्क हिंदुस्तान के चैनो अमन व आर्थिक तंगी से राहत के लिए दुआएं की साथ ही साथ मुल्क को बड़ी से बड़ी बीमारी व परेशानी तंगदस्ती जैसी तमाम परेशानियों से निजात के लिए मस्जिद में दुआएं की गई
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वहीं कोरोना काल के चलते पिछले दो सालों से मस्जिद ए वीरान थी लोग अपने घरों में ही रहकर रोज़ा नमाज़ और इबादत करते थे और आज बीमारी से राहत के बाद सभी लोगों ने बड़े ही ख़ुशनूदी के साथ मस्जिदों में नमाज़े अदा की। आपको बता दें रायबरेली में गंगा जमुनी तहज़ीब देखने को मिलती है।
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यहाँ चंद कदमों में गुरद्वारा है जहां से गुरुवाणी आती है वही कुछ दूरी पर राधा कृष्ण मंदिर है जहां से भगवान का पाठ सुनने को मिलता है इन दोनों के बीच मस्जिद हबीब खां मौजूद है जहां नमाज के साथ-साथ दुआएं और ईदमिलादुन्नबी का प्रोग्राम होता रहता है तो कहीं ना कहीं रायबरेली में राम और रहीम एक साथ देखने को मिलते हैं यही गंगा जमुनी तहज़ीब के लिए विख्यात रायबरेली अपने में एक अलग छाप छोड़ता है।