राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मुस्लिम महिलाओं तक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। इस कदम के तहत आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने बुधवार को संघ से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला इकाई की नयी दिल्ली में एक दिवसीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मुस्लिम महिलाओं की सशक्तिकरण और कल्याण से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
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बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘आत्मकथा-दास्तान ए योगी’ का विमोचन भी किया गया। इस किताब का विमोचन करते हुए इंद्रेश कुमार ने बताया कि यह किताब वर्ष 2017 में प्रकाशित और शांतनु गुप्ता द्वारा लिखी ‘द मोन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ का उर्दू संस्करण है। संघ नेता ने बताया कि बैठक के दौरान मुस्लिम महिलाओं ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, अदालत और मोदी सरकार को ‘तीन तलाक के दर्द से मुक्ति’ दिलाने के लिए धन्यवाद दिया। बाद में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक और संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं सोशल मीडिया के जरिये और अन्य बैठकों के जरिये संदेश देगी, जो लोगों को संघ और भाजपा की सही तस्वीर दिखाने की कोशिश का हिस्सा है।
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आपको बता दें कि सबसे बड़े राष्ट्रवादी संगठन के रूप में देखे जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को मुस्लिमों से दूर देखा जाता है। संघ की हिंदूवादी विचारधारा के चलते अक्सर विपक्ष हिंदुत्व की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए संघ पर हमला भी बोलता है। लेकिन इस बीच 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुस्लिम मंच की ओर से मुस्लिम महिलाओं तक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर शुरू किया गया अभियान आरएसएस की छवि में बदलाव करने के साथ आगामी चुनाव में मुस्लिम वोटरों को बीजेपी की तरफ झुकाव बढ़ा सकता है।