चारबाग रेलवे स्टेशन पर लगातार यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है। यहां बढ़ते यातायात के दबाव के कारण रेलवे भी परेशान हो गया है। इस रूट पर यातायात दबाव कम करने के लिए अब रेलवे अलग रूट की तलाश कर रहा है।
रेलवे प्रशासन एक ऐसे रूट की तलाश कर रहा है जिससे लखनऊ के चारबाग स्टेेेशन आने वाली कुछ ट्रेनों को दूसरे छोटे स्टेशनों पर शिफ्ट किया जा सके। रेलवे के नए रूट की मुश्किलें बहुत ही जल्द कम हो सकती है।
यह भी पढ़ें : संविधान, अम्बेडकर और गांधी
उतरेटिया से चारबाग स्टेशन की ओर आने वाली तीन एक्सप्रेस ट्रेनाें को आलमनगर-उतरेटिया मालगाड़ी के बाईपास पर एक दिन के लिए डायवर्ट कर आपरेशन के दृष्टिकोण से अपना परीक्षण किया गया है।
अब रेलवे संरक्षा, परिचालन और वाणिज्य अनुभाग के अधिकारी इस परीक्षण पर अपनी रिपोर्ट बनाकर रेलवे बोर्ड को बहुत ही जल्द सौंप देंगे। आपको बता दें कि उत्तरेतिया से आलमनगर तक 20 किलोमीटर की एक लाइन की मालगाड़ी का बाईपास था। पिछले दिन रेलवे प्रशासन के द्वारा बाईपास की डबिंग का काम पूरा कर लिया गया है। अब इस सेक्शन पर माल गाड़ियों की संख्या भी बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें : एक स्कूल ऐसा जहाँ 12 बरस से मुस्लिम शिक्षक पढ़ा रहा भगवत गीता
चारबाग स्टेशन पर प्रतिदिन औसतन 280 ट्रेनों का संचालन होता है। ऐसे में रेलवे की योजना है कि मुरादाबाद व बरेली की ओर से चारबाग स्टेशन आकर सुलतानपुर और रायबरेली रूट पर जाने वाली कुछ ट्रेनों को आलमनगर स्टेशन पर ठहराव दिया जाए। यहां से इन ट्रेनों को ट्रांसपोर्टनगर स्टेशन के रास्ते उतरेटिया की ओर भेजा जाए। जहां से ट्रेनें सुलतानपुर और रायबरेली की ओर निकल सकेंगी। बता दें कि बहुत ही जल्द चारबाग रेलवे स्टेशन की कई गाड़ियों को अलग रूट कॉल डाइवर्ट कर दिया जाएगा ताकि चारबाग रेलवे स्टेशन पर भार कम हो सके।