तुर्की ने वीगर मुसलमानों को लेकर चीन को नसीहत दी है। तुर्की की सत्तारूढ़ पार्टी जस्टिस ऐंड डेवलेपमेंट पार्टी (एके पार्टी) के प्रवक्ता उमर चेलिक ने बुधवार को दिए एक बयान में कहा है कि तुर्की चीन के शिनजियांग प्रांत में हालात पर करीबी से नजर बनाए हुए है और सरकार की प्राथमिकता है कि वीगर तुर्कों के साथ सही बर्ताव हो।
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उन्होंने शिनजियांग प्रांत के हालात को लेकर चिंता जताई और कहा कि इस चिंता को दूर करने का एक ही तरीका है कि चीन वीगर तुर्कों के खिलाफ अपने अनुचित व्यवहार को सुधारे। पिछले साल दिए एक बयान में भी चेलिक ने चीन से अपनी नीतियां सुधारने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि आतंकवादियों और निर्दोष नागरिकों के बीच फर्क को जरूर समझा जाना चाहिए।
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तुर्की के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान में कहा है कि तुर्की चीन के शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकार हनन को लेकर चिंतित है और उसे उम्मीद है कि वीगर मुसलमानों को भी चीन के नागरिक के नजरिए से ही देखा जाएगा। मंत्रालय के मुताबिक, तुर्की की एक समिति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की 75वीं बैठक में भी वीगर मुसलमानों को लेकर चिंता जाहिर की थी।
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तुर्की की समिति ने कहा, चीन की संप्रुभता का सम्मान करते हुए हम और अंतरराष्ट्रीय समुदाय चीनी प्रशासन से ये उम्मीद करते हैं कि शिनजियांग के वीगर तुर्क और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक चीन के बाकी नागरिकों की तरह शांतिपूर्वक ढंग से रह सकें और उनकी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का सम्मान हो। चीनी प्रशासन उनके अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
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तुर्की ने चीन को संयुक्त राष्ट्र की भेदभाव उन्मूलन समिति के अगस्त 2018 के प्रस्तावों की याद दिलाई और कहा कि समिति के सुझाव और चिंताएं आज भी वैध हैं और इस दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए। बयान में कहा गया कि तुर्की अंतरराष्ट्रीय मंच और इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) में इस मुद्दे पर नजर बनाए रखेगा और चीन के साथ सकारात्मक और सीधी बातचीत में भी शामिल होगा।
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एक अलग बयान में तुर्की के विदेश मंत्रालय ने वीगर तुर्कों की भलाई और सुरक्षा पर जोर दिया। तुर्की विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हामी अकसोय ने कहा, हमारे देश की इस मामले में एक राष्ट्रीय नीति है और हम उसी के हिसाब से अगला कदम तय करेंगे। शिनजियांग प्रांत के वीगर मुसलमानों के प्रति चीन की नीति की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीखी आलोचना होती रही है। एमनेस्टी इंटरनेशनल और ह्यूमन राइट्स वॉच समेत तमाम मानवाधिकार संगठनों ने भी इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं।
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चीन के शिनजियांग प्रांत में 1 करोड़ वीगर मुसलमान रहते हैं। तुर्क मुसलमान वीगर शिनजियांग की कुल आबादी का 45 फीसदी है। वीगर मुसलमान चीनी अधिकारियों पर सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक भेदभाव करने का आरोप लगाते रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों और संयुक्त राष्ट्र के एक्सपर्ट्स के मुताबिक, करीब 10 लाख वीगर मुसलमानों को राजनीतिक प्रशिक्षण केंद्र के नाम पर चीन ने कैद कर रखा है।
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